Court Marriage Kese in Hindi : कोर्ट मैरिज क्या है? और कैसे करें?
Court Marriage कैसे करें? नियम एवं शर्तें, फीस, डाक्यूमेंट्स और पूरी कानूनी प्रक्रिया
"कोर्ट मैरिज" एक विधायीक प्रक्रिया है जिसमें दो व्यक्ति कोर्ट के सामने, अपने विवाह को सम्मानित करते हैं। यह अवसर उन लोगों के लिए होता है, जो किसी वजह से अन्य विवाह पंचायत या संस्था के तहत विवाह करने में सक्षम नहीं हैं।
Read More :- Hotel Management Course in Hindi - होटल मैनेजमेंट क्या है ? फीस,प्रवेश परीक्षा,कॉलेज chimangadh.in / Breaking News / Business Idea / Useful Information
कोर्ट मैरिज को अन्य विवाह से अलग बनाता है क्योंकि इसमें विवाहित जोड़े को सामाजिक और कानूनी रूप से मान्यता मिलती है। यह लग्न वैधता के रूप में स्वीकार किया जाता है और विवाहित जोड़े को अधिकार और जिम्मेदारियों का आनंद उठाने की अनुमति देता है।
कोर्ट मैरिज की प्रक्रिया अलग अलग देशों और राज्यों में अलग-अलग हो सकती है, लेकिन आम तौर पर यह इचे बताये गए चरणों पर आधारित होती है:
- दोनों विवाह इच्छुक व्यक्तियों को निकटतम कोर्ट में जाना पड़ता है और एक आवेदन फॉर्म भरना होता है।
- व्यक्तियों को वैध सभी डाक्यूमेंट्स प्रस्तुत करने की जरुरत होती है, जैसे कि जन्म प्रमाणपत्र, पासपोर्ट, रिजिडेंस प्रूफ, इत्यादि।
- कोर्ट मैरिज की तारीख और समय तय होता है, और विवाहित जोड़े को साक्षी के सामने शपथ लेनी पड़ती है।
- लग्न पंजीकरण या लग्न प्रमाण पत्र जारी किया जाता है, जिसे विवाहित जोड़ा सामाजिक और कानूनी दृष्टि से प्रमाणित कर सकता है।
Court Marriage करने के लिए नियम और शर्तें क्या है?
कोर्ट मैरिज को विधायीक तरीके से निबंधित करने के लिए अलग अलग देशों, राज्यों और क्षेत्रों में नियम और शर्तें अलग-अलग हो सकती हैं। यहां कुछ आम नियम और शर्तें बताई गई हैं, लेकिन यह अधिकारिक नहीं है, और आपके अनुसार विभाग, देश या राज्य के कानूनों के अनुसार बदल सकते हैं। इसलिए आपको अपने स्थानीय न्यायिक अधिकारी या सिविल रजिस्ट्रार से विस्तार से सम्पूर्ण जानकारी लेना चाहिए।
कुछ आम नियम और शर्तें हैं:
वयस्कता:
विवाह करने वाले दोनों व्यक्तियों को वयस्क होना चाहिए। वयस्कता की आयु भिन्न-भिन्न देशों और क्षेत्रों में भिन्न हो सकती है। आमतौर पर, यह नायब मिनिमम 18 वर्ष या उससे अधिक हो सकती है।
साक्षी:
विवाह के लिए आवेदकों को साक्षी की जरुरत होती है, जिन्हें विवाह के समय उपस्थित होना होता है। साक्षी आमतौर पर विवाह में शामिल होने वाले दो साक्षियों की मांग करते हैं।
सभी जरुरी डाक्यूमेंट्स :
विवाह करने वाले दोनों व्यक्तियों को उचित पहचान पत्र, जन्म प्रमाणपत्र, पासपोर्ट या आधार कार्ड, पत्र अधिकारी द्वारा प्रमाणित बाकी दस्तावेज़ जैसे कि पत्रिका और विवाहिता के विवरण आदि की जरुरत होती है।
विवाह पंजीकरण शुल्क:
विवाह पंजीकरण के लिए शुल्क भरने की जरुरत होती है। इस शुल्क की राशि देश और राज्य के अनुसार अलग हो सकती है।
शादी की जगह:
कोर्ट मैरिज अलग अलग स्थानों पर हो सकती है, जैसे कि न्यायिक इमारत, सिविल रजिस्ट्रार का कार्यालय, या अन्य स्थान जिसे सरकार ने इस हेतु के लिए अनुमोदित किया है।
शादी के उपाधि:
विवाह के लिए आवेदकों को अपने नाम के नए डाक्यूमेंट्स की मांग की जाती है, जो कि उन्हें विवाह के उपाधि के रूप में प्रदान किया जाता है।
साक्षात्कार:
विवाह करने से पहले, विवाह करने वाले दोनों व्यक्तियों को विशेष दर्जे के अधिकारी या न्यायिक अधिकारी के सामने साक्षात्कार देना पड़ता है।
ये नियम और शर्तें भिन्न-भिन्न राज्यों और देशों में थोड़ी बदल सकती हैं, इसलिए आपको स्थानीय अधिकारियों से सम्पूर्ण जानकारी लेनी चाहिए और उनकी दिशा निर्देशों का पालन करना चाहिए।
Court Marriage के लिए आवेदन कैसे करें?
Court Marriage के लिए आवेदन करने के लिए निचे बताये गए चरणों का पालन करें:
सबसे पहले, आपको अपने स्थानीय न्यायिक अधिकारी के पास जाना होगा। वे आपको आवश्यक डाक्यूमेंट्स और प्रक्रिया के बारे में जानकारी देंगे।
जरुरी डाक्यूमेंट्स :
आवेदन करने के लिए आपको अपने और आपके साक्षीदारों के पासपोर्ट फोटो, जन्म प्रमाणपत्र, पत्रिका, आधार कार्ड, राशन कार्ड, फॉर्म अधिकारी द्वारा प्रमाणित बाकी डाक्यूमेंट्स जैसे कि रिजिडेंस प्रूफ, साक्षात्कार प्रमाण, इत्यादि की जरुरत होती है। ये डाक्यूमेंट्स विवाह पंजीकरण के समय आपके नाम के वे दस्तावेज़ होने चाहिए, जो आपके पहचान को प्रमाणित करते हैं।
साक्षात्कार:
आपको अपने साक्षात्कार के लिए तैयार रहना होगा, जिसमें आपके और आपके साक्षीदारों के साथ आपके संबंध के विवरण होने चाहिए।
आवेदन फॉर्म:
आपको स्थानीय न्यायिक अधिकारी या सिविल रजिस्ट्रार के द्वारा प्रदान किए गए आवेदन फॉर्म को भरना होगा। इसमें आपको विवाह करने के लिए आवेदन करने वाले दो व्यक्तियों के विवरण, विवाह की तारीख और स्थान, साक्षात्कार की तारीख और समय, साक्षीदारों के विवरण इत्यादि शामिल होने चाहिए।
विवाह पंजीकरण शुल्क:
आवेदन करते समय, आपको विवाह पंजीकरण शुल्क का भुगतान करना होगा। इसकी राशि आपके स्थानीय न्यायिक अधिकारी या सिविल रजिस्ट्रार द्वारा निर्धारित की जाती है।
विवाह पंजीकरण:
आपके आवेदन को स्वीकार करने के बाद, स्थानीय न्यायिक अधिकारी विवाह की तारीख और समय तय करेंगे। विवाह के दिन आपको विशेष दर्जे के साक्षात्कार के समय उपस्थित होना होगा। आपके साक्षीदारों को भी उपस्थित होने की जरुरत होगी।
इस तरह से, आप कोर्ट मैरिज के लिए आवेदन कर सकते हैं। आपके देश और राज्य के कानूनों के अनुसार, प्रक्रिया और डाक्यूमेंट्स अलग अलग हो सकते हैं,
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
Please You have a any Question Please Coments_____